Hindi हिंदी क्षितिज-2

प्रश्न 6-4: भाव स्पष्ट कीजिए -
(क) छोड़कर तालाब मेरी झोपड़ी में खिल रहे जलजात।
(ख) छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल बाँस था कि बबूल ?

उत्तर 6-4:
(क) धूल से सना शिशु का शरीर और उसकी निश्छल मुसकान कवि को इतना प्रभावित करती है कि उसे लगता है जैसे कोई कमल का फूल तालाब में न खिलकर उनकी झोपडी के अंदर खिल गया हो।
(ख) इस पंक्ति का भाव है कि शिशु के स्पर्श मात्र से बबूल और बाँस के पेड़ से शेफालिका के फूल झरने लगते हैं यानी शिशु के स्पर्श में ऐसा जादू है कि कठोर प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों का हृदय भी पिघल जाए और आनंद का संचार हो जाए।


प्रश्न 6-5: मुसकान और क्रोध भिन्न-भिन्न भाव हैं। इनकी उपस्थिति से बने वातावरण की भिन्नता का चित्रण कीजिए।

उत्तर 6-5: मुसकान अपने मन की प्रसन्नता को प्रकट करने का माध्यम है। व्यक्ति जब ख़ुशी से मुस्कुराता है तो वातावरण में उल्लास भर जाता है और सामने वाले को भी ख़ुशी अनुभव होती है। इससे अपनत्व की भावना जगती है।
क्रोध मन की अप्रसन्नता और विरोध को प्रकट करने का माध्यम है। इससे वातावरण तनावयुक्त हो जाता है। क्रोधी व्यक्ति की अप्रसन्नता से दूसरे भी अशांत हो जाते हैं। इससे हमारे साथ-साथ दूसरों का भी नुकसान होता है।

प्रश्न 6-6: दंतुरित मुसकान से बच्चे की उम्र का अनुमान लगाइए और तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर 6-6: बच्चे की उम्र 8 या 9 महीने की रही होगी चूँकि इसी उम्र में बच्चे के दाँत निकलने शुरू होते हैं।


प्रश्न 6-7: बच्चे से कवि की मुलाकात का जो शब्द-चित्र उपस्थित हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर 6-7: कवि और वह बच्चा दोनों एक-दूसरे पहली बार मिले हैं इसीलिए बच्चा उन्हें एकटक देखता रहता है। बच्चे की मुसकान कवि के हृदय को प्रसन्नता से भर देती है। उन्हें ऐसा लगता है जैसे कमल के फूल तालाब को छोड़कर उसके झोंपड़ें में खिल उठे हैं। उन्हें लगता है कि बच्चा कहीं उन्हें देखते-देखते थक ना जाए इसीलिए वह आँख फेर लेते हैं।