प्रश्न 13-1. 'तीसरी कसम' फ़िल्म को कौन-कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है? प्रश्न 13-2. शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाईं? प्रश्न 13-3. राजकपूर द्वारा निर्देशित कुछ फ़िल्मों के नाम बताइए। प्रश्न 13-4. 'तीसरी कसम' फ़िल्म के नायक व नायिकाओं के नाम बताइए और फ़िल्म में इन्होंने किन पात्रों का अभिनय किया है? प्रश्न 13-5. फ़िल्म 'तीसरी कसम' का निर्माण किसने किया था? प्रश्न 13-6. राजकपूर ने 'मेरा नाम जोकर' के निर्माण के समय किस बात की कल्पना भी नहीं की थी? प्रश्न 13-7. राजकपूर की किस बात पर शैलेंद्र का चेहरा मुरझा गया? प्रश्न 13-8. फ़िल्म समीक्षक राजकपूर को किस तरह का कलाकार मानते थे? प्रश्न 13-9. 'तीसरी कसम' फ़िल्म को सेल्यूलाइट पर लिखी कविता क्यों कहा गया है? प्रश्न 13-10. 'तीसरी कसम' फ़िल्म को खरीददार क्यों नहीं मिल रहे थे? प्रश्न 13-11. शैलेन्द्र के अनुसार कलाकार का कर्तव्य क्या है? प्रश्न 13-12. फ़िल्मों में त्रासद स्थितियों का चित्रांकन ग्लोरिफ़ाई क्यों कर दिया जाता है? प्रश्न 13-13. 'शैलेन्द्र ने राजकपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं'− इस कथन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 13-14. लेखक ने राजकपूर को एशिया का सबसे बड़ा शोमैन कहा है। शोमैन से आप क्या समझते हैं? प्रश्न 13-15. फ़िल्म 'श्री 420' के गीत 'रातों दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ' पर संगीतकार जयकिशन ने आपत्ति क्यों की? प्रश्न 13-16. राजकपूर द्वारा फ़िल्म की असफलता के खतरों के आगाह करने पर भी शैलेन्द्र ने यह फ़िल्म क्यों बनाई? प्रश्न 13-17. 'तीसरी कसम' में राजकपूर का महिमामय व्यक्तित्व किस तरह हीरामन की आत्मा में उतर गया। स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 13-17. लेखक ने ऐसा क्यों लिखा है कि तीसरी कसम ने साहित्य-रचना के साथ शत-प्रतिशत न्याय किया है? प्रश्न 13-18. शैलेन्द्र के गीतों की क्या विशेषताएँ हैं। अपने शब्दों में लिखिए। प्रश्न 13-19. फ़िल्म निर्माता के रूप में शैलेन्द्र की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए? प्रश्न 13-20. शैलेंद्र के निजी जीवन की छाप उनकी फ़िल्म में झलकती है−कैसे? स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 13-21. लेखक के इस कथन से कि 'तीसरी कसम' फ़िल्म कोई सच्चा कवि-हृदय ही बना सकता था, आप कहाँ तक सहमत हैं? स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 13-22. ------- वह तो एक आदर्शवादी भावुक कवि था, जिसे अपार संपत्ति और यश तक की इतनी कामना नहीं थी प्रश्न 13-23. उनका यह दृढ़ मतंव्य था कि दर्शकों की रूचि की आड़ में हमें उथलेपन को उन पर नहीं थोपना चाहिए। प्रश्न 13-24. व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती, उसे आगे बढ़ने का संदेश देती है। प्रश्न 13-25. दरअसल इस फ़िल्म की संवेदना किसी दो से चार बनाने वाले की समझ से परे है। प्रश्न 13-26. उनके गीत भाव-प्रवण थे − दुरूह नहीं। प्रश्न 13-27. पाठ में आए निम्नलिखित मुहावरों से वाक्य बनाइए − चेहरा मुरझाना, चक्कर खा जाना, दो से चार बनाना, आँखों से बोलना प्रश्न 13-28. निम्नलिखित शब्दों के हिन्दी पर्याय दीजिए −(क) शिद्दत --------------- प्रश्न 13-29. निम्नलिखित का संधिविच्छेद कीजिए − (क) चित्रांकन - --------------- + --------------- प्रश्न 13-30. निम्नलिखित का समास विग्रह कीजिए और समास का नाम लिखिए − (क) कला-मर्मज्ञ ---------------